बरेली
के शीशगढ़ कस्बे में बरेली बस अड्डे पर प्राइवेट बस में चालक और क्लीनर ने
रामपुर की महिला को शराब पिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। छीनाझपटी में
महिला के हाथ से छूटकर गिरे 14 दिन के मासूम बेटे की मौत हो गई। रातभर
महिला वहीं गंभीर हालत में घंटों बाहर पड़ी रही। रात में लोगों ने अस्त
व्यस्त हालत में महिला को देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामले को
निपटाने की कोशिश की, लेकिन जब बात उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो खलबली मची।
मंगलवार को सुबह डीआईजी, एसएसपी मौके पर पहुंचे और मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में ले लिया है क्लीनर फरार है। सोमवार को थाना खजुरिया (रामपुर) के गांव की रहने वाली 28 वर्षीय महिला अपनी बहन के घर गई थी। महिला की बहन का घर शाही थाने के खजुरिया गांव में है।
शाम को वह ढाई साल की बेटी और 14 महीने के बेटे के साथ बरेली से शीशगढ़ को चलने वाली प्राइवेट बस नंबर यूपी-15-ई-3688 में सवार होकर घर लौट रही थी। करीब साढ़े आठ बजे बस शीशगढ़ के बरेली बस अड्डे पर आई। महिला के मुताबिक वह बस से उतरने की कोशिश कर रही थी। चालक ने क्लीनर को इशारा करके उसे रुकवा लिया।
मंगलवार को सुबह डीआईजी, एसएसपी मौके पर पहुंचे और मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में ले लिया है क्लीनर फरार है। सोमवार को थाना खजुरिया (रामपुर) के गांव की रहने वाली 28 वर्षीय महिला अपनी बहन के घर गई थी। महिला की बहन का घर शाही थाने के खजुरिया गांव में है।
शाम को वह ढाई साल की बेटी और 14 महीने के बेटे के साथ बरेली से शीशगढ़ को चलने वाली प्राइवेट बस नंबर यूपी-15-ई-3688 में सवार होकर घर लौट रही थी। करीब साढ़े आठ बजे बस शीशगढ़ के बरेली बस अड्डे पर आई। महिला के मुताबिक वह बस से उतरने की कोशिश कर रही थी। चालक ने क्लीनर को इशारा करके उसे रुकवा लिया।
चालक
का कहना था कि दारू पीनी है। वह इनकार करते हुए अपने बच्चे को लेकर बस से
उतरने की कोशिश करने लगी। इस पर उसने छीनाझपटी करके उसका बच्चा छीनकर सीट
पर लिटा दिया। डर की वजह से उसकी मासूम बेटी भी सहमकर बैठ गई। इसके बाद
चालक और क्लीनर ने उसे बस में ही हवस का शिकार बनाया। उसके मासूम बेटे का
रो-रोकर बुरा हाल था।
वह दरिंदों ने अपने बेटे को देखने की मोहलत देने की गुहार करती रही। दोनों में से किसी ने उसकी नहीं सुनी। सीट से गिर जाने पर उसके मासूम बेटे की मौत हो गई। दुराचार करने के बाद चालक और क्लीनर उसे बेहोशी की हालत में बस अड्डे पर ही कोने में रखे खोखे के पास बैनर बिछाकर डाल आए। बेटे की लाश भी आरोपियों ने उसके पड़ोस में रख दी।
आधी रात को मोहल्ले के नागरिकों ने महिला को खोखे के पास पड़ा देखा तो पुलिस को खबर कर दी, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। सुबह सात बजे भीड़ इकट्ठा होने की जानकारी मिली तो हल्का इंचार्ज फूल सिंह मौके पर पहुंच गए। महिला ने उन्हें होश में आने पर दरिंदगी की कहानी सुनाई तो उन्होंने उसे मैनेज करने के लिए पति को बुलाकर लाई, वह ईंट भट्टे पर काम करता है।
वह दरिंदों ने अपने बेटे को देखने की मोहलत देने की गुहार करती रही। दोनों में से किसी ने उसकी नहीं सुनी। सीट से गिर जाने पर उसके मासूम बेटे की मौत हो गई। दुराचार करने के बाद चालक और क्लीनर उसे बेहोशी की हालत में बस अड्डे पर ही कोने में रखे खोखे के पास बैनर बिछाकर डाल आए। बेटे की लाश भी आरोपियों ने उसके पड़ोस में रख दी।
आधी रात को मोहल्ले के नागरिकों ने महिला को खोखे के पास पड़ा देखा तो पुलिस को खबर कर दी, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। सुबह सात बजे भीड़ इकट्ठा होने की जानकारी मिली तो हल्का इंचार्ज फूल सिंह मौके पर पहुंच गए। महिला ने उन्हें होश में आने पर दरिंदगी की कहानी सुनाई तो उन्होंने उसे मैनेज करने के लिए पति को बुलाकर लाई, वह ईंट भट्टे पर काम करता है।
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