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Freedom 251 फोन बनाने वाली कंपनी का ऑफिस हुआ बंद

 



रिंगिंग बेल्स प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में सबसे सस्ता स्मार्टफोन फ्रीडम 251 लॉन्च किया था। इसकी कीमत महज 251 रुपये है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने नोएडा सेक्टर 63 स्थित अपना ऑफिस बंद करने का फैसला किया है। किराए के ऑफिस से अपना अभियान शुरू करने के महज 15 दिन के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है।

फ्रीडम 251 फोन लॉन्च होते ही 17 फरवरी को फोन खरीदने के लिए सैकड़ों ग्राहक ऑफिस के बाहर एकत्र हो गए थे।

रिंगिंग बेल्स के संस्थापक का कहना है कि हम ऑफिस को शिफ्ट करने के लिए नोएडा में किराए पर कुछ अन्य जगहों को लिए देख रहे हैं। इमारत के मालिक ने हमसे परिसर खाली करने के लिए कहा है, इसलिए हमने इस ऑफिस को बंद करने का फैसला किया है। हमें इमारत के मालिक राजीव नरूला के साथ 11 महीनों के लिए एक समझौत पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन अब वह हमसे खाली करने के लिए बात कर रहे हैं, क्योंकि उनको स्थानीय प्राधिकारी से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

कंपनी ने शुरुआत में खरीदारों से 7.35 करोड़ स्मार्टफोन की होम डिलीवरी का वादा किया था। ऑफिस बदलने की बात पर गोयल का कहना है कि वह अपने ग्राहकों से वादा कर चुके हैं, फोन की डिलीवरी की जाएगी और जिन लोगों ने फोन बुक किया है उनको चिंता करने की जरूरत नहीं है।

"मैंने छह भारतीय एजेंसियों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं जो स्मार्टफोन के निर्माण में योगदान देगीं। इसलिए, मैं बाधाओं के बावजूद वादे पर डिलीवरी करने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त हूं। बावजूद इसके लोग और अधिकारी मुझे हतोत्साहित कर रहे हैं"।
 

बिल्डिंग ऑनर पर कार्रवाई

इमारत के मालिक राजीव नरूला ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने रिंगिंग बेल्स से बिना किसी देरी के ऑफिस शिफ्ट करने के लिए कहा है। इस इमारत का निर्माण औद्योगिक भूखंड पर किया गया था और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यह ऑफिस अवैध रूप से चल रहा था। अनिवार्य तौर पर औद्योगिक उपयोग के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए परिसर का इस्तेमाल करने की अनुमति प्राप्त नहीं थी।

एन के सिंह, नोएडा प्राधिकरण के औद्योगिक विभाग में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) का कहना है कि हम मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए निर्धारित इमारत के मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। हमने इसके ‌लिए एक समिति गठन किया है जो उसके द्वारा प्रतिबद्ध उल्लंघन की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। रिपोर्ट सौंपने के बाद इमारत के मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा।"

नरूला ने कहा, "मैंने यह सोच कर रिंगिंग बेल्स को किराए पर जगह दी कि मैं बाद में नोएडा प्राधिकरण से अनुमति प्राप्त कर लूंगा। मैंने अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं कि नोएडा प्राधिकरण मेरे खिलाफ कार्रवाई क्यों कर रहा है"।
 
 
‎स्रोत :अमर उजाला 
 
 
 
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